विकसित भारत संकल्प यात्रा | जानिए सरकार के 4 सबसे बड़े उद्देश्य | लोगों ने बताया इस यात्रा को लाभदायक! | people said it is absolutely brilliant!
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विकसित भारत संकल्प यात्रा
परिचय:
यह सरकार की योजनाओं को विस्तारित गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने का एक राष्ट्रव्यापी अभियान है। इसके अंतर्गत पूरे देश में भारत की सभी ग्राम पंचायतें, नगर पंचायतें और शहरी स्थानीय निकाय शामिल हैं। यह अभियान भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों, राज्य सरकारों, केंद्र सरकार के संगठनों और संस्थानों की सक्रिय भागीदारी के साथ संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण अपनाकर चलाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (27 दिसंबर) को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से बातचीत की. वहीं, इस मौके पर पीएम मोदी ने कॉन्फ्रेंस में जुड़े लोगों को संबोधित भी किया. इस कार्यक्रम में न केवल देश भर से विकसित भारत संकल्प यात्रा के हजारों लाभार्थी जुड़े. बल्कि केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और स्थानीय प्रतिनिधि भी शामिल हुए थे.
बता दें, 15 नवंबर 2023 को विकसितभारत संकल्प यात्रा की शुरुआत के बाद से लगातार पीएम मोदी लाभार्थियों से संवाद कर रहे हैं. यह योजनाओं को अंतिम छोर तक पहुंचाने के प्रयासों को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चलाई जा रही है.
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विकसित भारत संकल्प यात्रा का वर्चुअल शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकसित भारत के संकल्प में शहरों की बड़ी भूमिका पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा- विकसित भारत संकल्प यात्रा के अद्भुत परिणाम आ रहे हैं। आज देश के करोड़ों लाभार्थी सरकारी योजनाओं को आगे बढ़ाने का माध्यम बन रहे हैं। 1 करोड़ लोगों को आयुष्मान कार्ड दिए जा चुके हैं।
11 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से पानी का कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है। उज्ज्वला गैस कनेक्शन के लिए 4.5 लाख नए लाभार्थियों ने आवेदन किया है। मोदी की गारंटी वाली गाड़ी जहां जा रही, लोगों का विश्वास बढ़ा रही है। कार्यक्रम में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई मंत्री भी शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान हमें वोकल फॉर लोकल का संदेश गांव-गांव, गली-गली तक पहुंचाना है। भारत के युवाओं, किसानों का श्रम और भारत की मिट्टी की महक जिसमें हो, ऐसे सामान को खरीदें और उसका प्रचार-प्रसार करें।
प्रधानमंत्री ने कहा है कि विकसित भारत के संकल्प से जुड़ने और देशवासियों को जोड़ने का ये अभियान लगातार विस्तार ले रहा है। दूर-दूर के गांवों तक पहुंच रहा है। महिला, युवा या फिर गांव के वरिष्ठ नागरिक सब आज मोदी की गारंटी की गाड़ी का इंतजार करते हैं और इस गाड़ी के कार्यक्रम का इंतजाम भी करते हैं।
उद्धेश्य:
1. यह अभियान कमज़ोर लोगों तक पहुँच प्रदान करता है, जो विभिन्न योजनाओं के तहत पात्र हैं जिन्होंने इसका अभी तक लाभ नहीं उठाया है।
2. जानकारी उपलब्ध करवाना और योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना।
3. व्यक्तिगत आख्यानों और अनुभवों (stories/ experience) को साझा करने के माध्यम से सरकारी योजनाओं के लाभ प्राप्तकर्त्ताओं के साथ प्रत्यक्ष जुड़ाव।
4. विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान विवरण के माध्यम से संभावित लाभार्थियों का नामांकन।
विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत हुए कार्य:-
अब तक 7,800 से अधिक ग्राम पंचायतों को कवर करने के बाद यात्रा समुदायों के बीच सामूहिक उद्देश्य और प्रतिबद्धता की भावना को बढ़ावा दे रही है।
16.23 लाख से अधिक व्यक्तियों ने एक विकसित राष्ट्र के लिए काम करने का संकल्प लिया है।
इस अभियान के सबसे उल्लेखनीय पहलुओं में से एक स्वास्थ्य देखभाल पर इसका गहरा प्रभाव है।
995 ग्राम पंचायतों में 5,470 स्वास्थ्य शिविरों की स्थापना के माध्यम से 7,82,000 से अधिक व्यक्तियों तक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई हैं। इस यात्रा के शुरू होने के बाद से लगभग 10 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए गए एवं स्वास्थ्य सुविधाओं तक महत्वपूर्ण पहुंच प्रदान की गई है।
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इसके अतिरिक्त तपेदिक, सिकल सेल रोग, उच्च रक्तचाप और मधुमेह के लिए स्क्रीनिंग, मूल्यांकन और देखभाल के लिए महत्वपूर्ण रेफरल किए गए हैं। स्वास्थ्य सेवा के अलावा कल्याणकारी योजनाओं और नीतियों पर यात्रा का ध्यान समान रूप से प्रभावशाली रहा है।
विकसित भारत संकल्प यात्रा के उद्घाटन दिवस पर ही 21,000 से अधिक व्यक्तियों ने पीएम उज्ज्वला योजना में नामांकन किया।विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत 50,000 से अधिक लोगों ने अपने जीवन में सरकारी योजनाओं के ‘परिवर्तनकारी’ प्रभाव का अनुभव साझा किए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से 30 नवंबर, 2023 को बातचीत करेंगे।
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत देशभर में जन औषधि केंद्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने की परियोजना का उद्घाटन करेंगे। साथ ही,एम्स, देवघर, झारखंड परिसर में 10,000वें जन औषधि केंद्र का भी उद्घाटन करेंगे।