पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा | 100 गुना तेज़ इंटरनेट | लक्षद्वीप को 1200 करोड़ रुपये की सौगात | People Says Excellent
mohitsharma4255
पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा
पीएम मोदी
पीएम मोदी ने बुधवार सुबह (3 जनवरी 2023)लक्षद्वीप के कावारत्ती में 1200 करोड़ की विकास योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। उन्होंने कावारत्ती स्टेडियम में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा- लक्षद्वीप का क्षेत्रफल भले छोटा है, लेकिन इसका हृदय बहुत बड़ा है।
पीएम मोदी
मैं यहां मिल रहे प्यार और आशीर्वाद से अभिभूत हूं। मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं।
PM ने कहा- 2020 में मैंने आपको गारंटी दी थी कि अगले 1000 दिनों के अंदर आपको तेज इंटरनेट की सुविधा मिलेगी। आज कोच्चि-लक्षद्वीप सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर प्रोजेक्ट का उद्घाटन हुआ है।
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अब लक्षद्वीप में 100 गुना ज्यादा स्पीड से इंटरनेट मिलेगा। PM ने कहा– आज भारत विश्व समुद्री खाद्य बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इससे लक्षद्वीप को काफी फायदा हो रहा है। आज लक्षद्वीप की टूना मछली जापान को निर्यात की जा रही है। लक्षद्वीप में समुद्री शैवाल की खेती से जुड़ी संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं।
पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा- आजादी के बाद दशकों तक केंद्र में रही सरकारों की एकमात्र प्राथमिकता अपने-अपने राजनीतिक दलों का विकास करना था। दूर-दराज के राज्यों, सीमावर्ती इलाकों या समुद्र के बीच के इलाकों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। पिछले 10 वर्षों में हमारी सरकार ने इन इलाकों के विकास को प्राथमिकता दी है।
पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि बीते 10 सालों में हमारी सरकार ने जो बॉर्डर के इलाके हैं, जो समुद्र के छोर के इलाके हैं, हमने उन्हें अपनी प्राथमिकता बनाया है। भारत के हर क्षेत्र और हर नागरिक का जीवन आसान बनाना और उसे सुविधा से जोड़ना ही केंद्र सरकार की प्राथमिकता है।
आज यहां लगभग 1200 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। ये इंटरनेट, बिजली, पानी, स्वास्थ्य और बच्चों से जुड़ी परियोजनाएं हैं। इन सभी स्वास्थय परियोजनाओं के लिए आप सभी को बहुत-बहुत बधाई।
पीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने हज यात्रियों की सहूलियत के लिए जो प्रयास किया है, उसका भी लाभ लक्षद्वीप के लोगों को मिला है। हज यात्रियों के लिए वीजा नियमों को आसान बनाया गया है। हज से जुड़ी ज्यादातर कार्रवाई अब डिजिटल होती है।
सरकार ने महिलाओं को बिना महरम हज जाने की भी छूट दी है। इन्हीं सब प्रयासों की वजह से उमराह के लिए जाने वाले भारतीयों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। पीएम ने कहा कि आजादी के अमृत काल में विकसित भारत के निर्माण में लक्षद्वीप ने भी बड़ी भूमिका निभाई।
भारत सरकारलक्षद्वीप को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर प्रमुखता से लाने का प्रयास कर रही है। हाल ही में यहां आयोजित जी20 बैठक के कारण लक्षद्वीप को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। लक्षद्वीप में दो ब्लू फ्लैग समुद्र तट भी हैं।
4 जनवरी को पीएम ने अपनी लक्षद्वीप यात्रा का अनुभव शेयर किया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी यात्रा की कई तस्वीरें शेयर की हैं। तस्वीरों में पीएम मोदी अलग-अलग अंदाज में नजर आ रहे हैं। तस्वीरों में आप प्रधानमंत्री को लक्षद्वीप के बेहतरीन नजारों का आनंद उठाते देख सकते हैं।
कैसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लक्षद्वीप में समुद्र किनारे अपना समय बिताया। उन्होंने बीच पर शांति और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया। आइए अब जानते हैं लक्षद्वीप के बारे में जो निम्नलिखित है:-
लक्षद्वीप की और एक नजर :-
1. भारत का सबसे छोटा केंद्र शासित प्रदेश , लक्षद्वीप एक द्वीपसमूह है जिसमें 32 वर्ग किमी क्षेत्रफल के साथ 36 द्वीप हैं। 2. यह एक प्रशासक के माध्यम से सीधे केंद्र के नियंत्रण में है। 3. द्वीपों के तीन मुख्य समूह हैं :
3.1-अमिनदीवी द्वीप समूह 3.2-लैकाडिव द्वीप समूह 3.3-मिनिकॉय द्वीप.
4. 93% से अधिक आबादी जो स्वदेशी है, मुस्लिम हैं और उनमें से अधिकांश सुन्नी संप्रदाय के शफ़ी स्कूल से संबंधित हैं। 5. मिनिकॉय को छोड़कर सभी द्वीपों में मलयालम बोली जाती है , जहां लोग महल बोलते हैं जो दिवेही लिपि में लिखी जाती है और मालदीव में भी बोली जाती है। 6. संपूर्ण स्वदेशी आबादी को उनके आर्थिक और सामाजिक पिछड़ेपन के कारण अनुसूचित जनजाति के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इस केंद्र शासित प्रदेश में कोई अनुसूचित जाति नहीं है । 7. लोगों का मुख्य व्यवसाय मछली पकड़ना, नारियल की खेती और नारियल की जटा बनाना है । पर्यटन एक उभरता हुआ उद्योग है। 8. हाल ही में, भारत की भागीदारी गारंटी प्रणाली (पीजीएस) के तहत पूरे लक्षद्वीप द्वीप समूह को जैविक कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है। 9. लक्षद्वीप विकास प्राधिकरण (एलडीए) के निर्माण के लिए नवीनतम ड्राफ्ट लक्षद्वीप विकास प्राधिकरण विनियमन, 2021 का लक्षद्वीप के लोगों द्वारा व्यापक रूप से विरोध किया गया । 10. लक्षद्वीप में कृषि अब बिना किसी रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के प्रयोग के की जाती है, जिससे लोगों को सुरक्षित भोजन के विकल्प प्राप्त हो रहे हैं। साथ ही, इससे कृषि भी अधिक पर्यावरण अनुकूल हो गई है अर्थात् मृदा प्रदूषण आदि नगण्य हो गए हैं। 11. लक्षद्वीप प्रशासन ने रसायन मुक्त क्षेत्र बनाने के लिये अक्तूबर 2017 से कृषि कार्यों के लिये सिंथेटिक रसायनों की बिक्री, उपयोग और राज्य में उनके प्रवेश पर औपचारिक प्रतिबंध लगा दिया था। 12. लक्षद्वीप की राजधानी का नाम कावारत्ती है |